Gaon Ka Saccha Doctor

**नाटक: "गांव का सच्चा डॉक्टर"**

**पात्र:**
1. डॉ. राजेश (गांव का डॉक्टर)
2. सरपंच राम सिंह
3. रामू (गांव का निवासी)
4. गीता (गांव की महिला)
5. मोहन (बीमार बच्चा)
6. अन्य ग्रामीण

**दृश्य 1: गांव का चौक**

(डॉ. राजेश अपने क्लिनिक के बाहर खड़े हैं। कुछ ग्रामीण वहां खड़े हैं और आपस में बात कर रहे हैं।)

रामू: (हंसते हुए) देखो, हमारे गांव के झोलाछाप डॉक्टर साहब आ गए।

गीता: (मुस्कराते हुए) हां भाई, इन्हीं के कारण हमारे गांव में असली डॉक्टर आने की जरूरत ही नहीं है।

डॉ. राजेश: (मुस्कराते हुए) आप लोग ऐसे क्यों बोलते हैं? मैंने मेडिकल कॉलेज से पढ़ाई की है और मुझे गांव में आपकी सेवा करने में गर्व महसूस होता है।

रामू: (हंसी उड़ाते हुए) अच्छा जी, तब तो हमें आपके मेडिकल डिग्री दिखाइए।

(गांव के सरपंच राम सिंह वहां आते हैं।)

सरपंच: क्या हो रहा है यहां? क्यों डॉ. राजेश को परेशान कर रहे हो?

गीता: सरपंच जी, हम तो बस मजाक कर रहे थे। असल में हमें उनपर विश्वास नहीं है।

सरपंच: (गंभीर होकर) डॉ. राजेश की पढ़ाई पूरी है और वे हमारे गांव के सच्चे सेवक हैं। हमें उनपर गर्व होना चाहिए।

**दृश्य 2: डॉ. राजेश का क्लिनिक**

(डॉ. राजेश अपने क्लिनिक में मरीज देख रहे हैं। मोहन का परिवार उनके पास आता है। मोहन को तेज बुखार है।)

मोहन की माँ: डॉक्टर साहब, मेरे बेटे को बहुत तेज बुखार है। कृपया इसे देखिए।

डॉ. राजेश: (मोहन की जांच करते हुए) घबराइए मत, इसे कुछ दवाइयां दूंगा और ये जल्दी ठीक हो जाएगा।

(डॉ. राजेश कुछ दवाइयां लिखते हैं और मोहन को देते हैं।)

**दृश्य 3: गांव का चौक (कुछ दिन बाद)**

(मोहन अब ठीक हो गया है और खेल रहा है। ग्रामीण चर्चा कर रहे हैं।)

रामू: (आश्चर्यचकित होकर) मोहन तो बिल्कुल ठीक हो गया!

गीता: हां, और वह भी डॉ. राजेश की दवाइयों से। लगता है हमने उन्हें गलत समझा।

(डॉ. राजेश वहां आते हैं।)

सरपंच: (डॉ. राजेश को देखते हुए) देखिए, डॉ. राजेश ने साबित कर दिया कि वे कितने योग्य हैं। हमें उनपर गर्व होना चाहिए।

डॉ. राजेश: (मुस्कराते हुए) धन्यवाद, सरपंच जी। मेरा मकसद सिर्फ गांव की सेवा करना है।

रामू: (शर्मिंदा होकर) डॉ. साहब, हमें माफ कर दीजिए। हमने आपको गलत समझा।

गीता: हां, आप सच्चे डॉक्टर हैं और हम आपको झोलाछाप नहीं कहेंगे।

डॉ. राजेश: (मुस्कराते हुए) कोई बात नहीं। आप सबका विश्वास ही मेरे लिए सबसे बड़ी प्रेरणा है।

(सभी ग्रामीण डॉ. राजेश की सराहना करते हैं।)

**समाप्त**

**संदेश:**
गांव में चिकित्सा सेवाओं की कमी को पूरा करने वाले डॉक्टर का सम्मान करना चाहिए। डॉक्टर राजेश जैसे लोगों के समर्पण और सेवा भावना को समझना और सराहना करना आवश्यक है।
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